Canara Bank अब स्थानीय भाषा जानने वाले कर्मचारियों की भर्ती करेगा। जानिए किस पद पर भाषा अनिवार्य है और ग्राहकों को क्या होगा फायदा।
भारत के प्रमुख सार्वजनिक क्षेत्र के बैंक, Canara Bank ने एक बड़ा बदलाव करते हुए अब भर्ती प्रक्रिया में स्थानीय भाषाओं की दक्षता (Local Language Proficiency) को महत्वपूर्ण मानदंड बना दिया है। यह निर्णय न केवल सेवा की गुणवत्ता बढ़ाने के लिए है, बल्कि ग्राहकों के साथ बेहतर जुड़ाव बनाने के उद्देश्य से भी लिया गया है। इस लेख में हम विस्तार से जानेंगे कि यह बदलाव क्या है, क्यों किया गया है, किन-किन पदों पर लागू होगा और इससे उम्मीदवारों व ग्राहकों को क्या लाभ या चुनौतियां मिल सकती हैं।
पीछे की कहानी: एक वायरल वीडियो और विवाद
कुछ समय पहले Karnataka के Chikkamagaluru जिले में स्थित Canara Bank की एक शाखा में एक महिला ग्राहक ने कन्नड़ में बात न कर पाने वाले कर्मचारी से नाराजगी जताई। उसने सवाल किया, “अगर वह कन्नड़ नहीं जानती तो यहाँ क्यों है?” इस पूरी घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया, जिसके बाद बैंक को तीखी आलोचनाओं का सामना करना पड़ा।
इस विवाद के बाद, बैंक ने आधिकारिक बयान में कहा:
“Kannada is our foundation, our pride and we are committed to providing service in the local language at every branch.”
MD & CEO का बड़ा बयान
इस मुद्दे पर प्रतिक्रिया देते हुए Canara Bank के MD और CEO श्री के. सत्यनारायण राजू ने Business Standard को दिए एक इंटरव्यू में कहा:
“भविष्य में हम ऐसे कर्मचारियों की भर्ती करेंगे जो स्थानीय भाषा में दक्ष हों, ताकि ग्राहक अनुभव और बेहतर बनाया जा सके।”
उन्होंने यह भी जोड़ा कि बैंक अपनी जमाओं को बढ़ाने के लिए और ग्राहकों के बीच विश्वास बनाने के लिए यह रणनीतिक कदम उठा रहा है।
किस-किस पद पर अब अनिवार्य है स्थानीय भाषा?
- Graduate Apprentice (2024-25 भर्ती)
जुलाई 2024 में निकाली गई 3000 पदों की भर्ती में यह नियम सख्ती से लागू किया गया।
उम्मीदवार को उस राज्य की भाषा पढ़नी, लिखनी और बोलनी आनी चाहिए।
यदि उसने 10वीं या 12वीं में वह भाषा पढ़ी है, तो language test से छूट मिलती है।
- Clerk / Customer Service Associate (CSA)
IBPS CRP के तहत होने वाली Clerk भर्ती में भी अब स्थानीय भाषा की दक्षता जरूरी है।
दस्तावेज सत्यापन के दौरान अगर भाषा ज्ञान न हो, तो उम्मीदवार को अयोग्य घोषित किया जा सकता है।
- Probationary Officer (PO) / Specialist Officer
इन उच्च पदों पर भाषा अनिवार्यता पद की प्रकृति पर निर्भर करती है।
हालाँकि अब Canara Bank ऐसे उम्मीदवारों को वरीयता देने जा रहा है जो स्थानीय भाषा में भी दक्ष हों।
तालिका: भाषा दक्षता कहाँ जरूरी है?
पद भाषा | अनिवार्यता | कब लागू होती है | छूट की स्थिति |
Graduate Apprentice | हाँ | दस्तावेज सत्यापन | 10वीं/12वीं में भाषा पढ़ी हो तो छूट |
Clerk / CSA | हाँ | दस्तावेज सत्यापन | कोई छूट नहीं |
PO / Specialist Officer | पद पर निर्भर | चयन के अनुसार | कुछ मामलों में अनिवार्य नहीं |
यह कदम क्यों जरूरी था?
भारत जैसे विविधतापूर्ण देश में भाषा सिर्फ संवाद नहीं, विश्वास की भाषा होती है।
ग्राहकों की सुविधा के लिए बैंक में उनकी मातृभाषा में बात करना सम्मान की बात मानी जाती है।
इससे ग्रामीण और अर्ध-शहरी क्षेत्रों में बैंकिंग को बढ़ावा मिलेगा और स्थानीय युवाओं को भी नौकरी में प्राथमिकता मिलेगी।
क्या यह चुनौती भी है?
हाँ, विशेषकर उन कर्मचारियों के लिए जो देश के अन्य राज्यों से ट्रांसफर होकर आते हैं।
उन्हें भाषा सीखने का अवसर और प्रशिक्षण देना पड़ेगा।
बैंक को अब भाषा को भी employee training modules में शामिल करना होगा।
निष्कर्ष: बैंकिंग अब और ज्यादा स्थानीय!
Canara Bank का यह निर्णय स्वागत योग्य है। जब कोई ग्राहक अपनी ही भाषा में सवाल पूछता है और जवाब भी उसी में मिलता है, तो भरोसा बढ़ता है। यह सिर्फ नीति नहीं, बैंकिंग के मानवीयकरण (humanization) की दिशा में बड़ा कदम है।
भविष्य में संभव है कि अन्य बैंक भी इसी राह पर चलें और भाषा आधारित सेवा को अनिवार्य बनाएं। ग्राहक जितना संतुष्ट होगा, बैंक उतना सफल होगा!